📍 इंदौर। रिपोर्टर: अमीन सिसगर | प्रकाशित: 20 जुलाई 2025
परिवहन विभाग पिछले 10 महीनों से लोगों से ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन और ट्रांसफर जैसे कार्यों के लिए 200 रुपए की कार्ड फीस वसूल रहा है, जबकि विभाग अब कार्ड देना ही बंद कर चुका है।
कार्ड सिस्टम बंद, फिर भी फीस चालू
प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालयों ने कार्ड जारी करना बंद कर दिया है। लेकिन हर आवेदन के साथ 200 रुपए की कार्ड फीस अब भी ली जा रही है। तकनीकी कार्य संभाल रही Smart Chip Company का अनुबंध 30 सितंबर 2024 को समाप्त हो चुका है। इसके बाद से ही कार्ड प्रिंटिंग और सप्लाई बंद है।
| विवरण | स्थिति |
|---|---|
| लाइसेंस/रजिस्ट्रेशन कार्ड | जारी नहीं हो रहे |
| कार्ड फीस | अब भी वसूली जा रही |
| PDF लिंक | डाउनलोड हेतु दी जा रही |
प्रदेश में करोड़ों की वसूली
अनुमान है कि 80 से 100 करोड़ रुपए तक का राजस्व विभाग को कार्ड फीस से मिल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक मुख्यालय से नई नीति नहीं आती, फीस लेना बंद नहीं किया जाएगा।
आवेदकों पर दोहरी मार
हर दिन प्रदेशभर में करीब 1000 आवेदन होते हैं, जिससे हर नागरिक 200 रुपए अतिरिक्त भरने को मजबूर है। पहले इसे अस्थायी माना जा रहा था, लेकिन अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है।
