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विमान हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें...
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प्लेन में लगी आग को बुझाते हुए फायर फाइटर्स। |
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आग को बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर्स की मदद ली गई। |
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प्लेन में आग लगने के बाद जल्द ही उस पर काबू पा लिया गया। |
विमान में 169 यात्री और 7 क्रू मेंबर थे सवार
अधिकारियों के अनुसार, यह विमान हांगकांग के लिए उड़ान भरने वाला था। आग लगने की सूचना मिलते ही विमान में मौजूद 169 यात्रियों और 7 क्रू मेंबर्स को इमरजेंसी स्लाइड्स के जरिए बाहर निकाला गया। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग विमान के पिछले हिस्से में लगी थी, जो धीरे-धीरे अन्य हिस्सों तक फैलने लगी।
एक महीने में दूसरा विमान हादसा
साउथ कोरिया में यह एक महीने के भीतर दूसरा बड़ा विमान हादसा है। इससे पहले 29 दिसंबर को बैंकॉक से आ रहा जेजू एयर का विमान मुआन एयरपोर्ट पर क्रैश हो गया था। इस हादसे में 181 यात्रियों और क्रू मेंबर्स में से 179 की मौत हो गई थी। केवल दो क्रू मेंबर्स ही इस त्रासदी में बच पाए थे।
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फेंस से टकराने के साथ ही तेज धमाका हुआ और विमान की पूरी बॉडी आग से घिर गई, कुछ देर में फ्रेम जल गया। |
मुआन एयरपोर्ट हादसे की पृष्ठभूमि
29 दिसंबर को हुए इस हादसे में लैंडिंग से पहले विमान के लैंडिंग गियर में खराबी आ गई थी। इसके चलते विमान के पहिए नहीं खुल सके और इमरजेंसी में बेली लैंडिंग कराई गई। इस प्रक्रिया में विमान की बॉडी सीधे रनवे से टकराई और फिसलते हुए एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल से टकरा गई। टक्कर के बाद विमान में धमाके के साथ आग लग गई।
बचे हुए क्रू मेंबर्स को हादसे की याद नहीं
मुआन हादसे में बचे दोनों क्रू मेंबर्स पैसेंजर्स की मदद के लिए विमान के पिछले हिस्से में तैनात थे। इनमें से 32 वर्षीय ली और 25 वर्षीय फ्लाइट अटेंडेंट क्वोन हादसे के बाद सदमे में थे। ली बार-बार पूछ रही थीं कि उनके साथ क्या हुआ। वहीं, क्वोन ने सिर, टखने और पेट में तेज दर्द की शिकायत की थी। डॉक्टर्स ने बताया कि उनकी चोटें गंभीर थीं लेकिन जान को खतरा नहीं था।
विमान सुरक्षा पर सवाल
एक महीने के भीतर दो बड़े हादसों ने साउथ कोरिया के विमान सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गिम्हे एयरपोर्ट पर हुए हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि सभी विमानन प्रक्रियाओं की समीक्षा की जाएगी और यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।