![]() |
केजरीवाल पर शराब घोटाले का आरोप
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, "अरविंद केजरीवाल ने साफ राजनीति करने का वादा किया था, लेकिन उनके कार्यकाल में सबसे बड़ा शराब घोटाला हुआ।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल बीजेपी से डरते हैं और उनकी नीतियां जनता को धोखा देने वाली हैं।
केजरीवाल का पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों पर अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, "आप और आपका परिवार नेशनल हेराल्ड जैसे ओपन एंड शट केस में अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ? रॉबर्ट वाड्रा को बीजेपी से क्लीन चिट कैसे मिल गई?" उन्होंने यह भी कहा कि, "मोदी तो शराब घोटाले जैसा फर्जी केस बनाकर भी लोगों को जेल में डाल देते हैं। डर और बहादुरी पर ज्ञान ना ही दें तो अच्छा है। देश जानता है कौन कायर है और कौन बहादुर।"
राहुल गांधी की स्पीच की बड़ी बातें
- विचारधारा की लड़ाई: राहुल गांधी ने कहा, "देश में विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ बीजेपी-आरएसएस के लोग हैं, जो नफरत और हिंसा फैलाते हैं, और दूसरी तरफ कांग्रेस की मोहब्बत की विचारधारा है। हमें नफरत, डर और हिंसा वाला हिंदुस्तान नहीं चाहिए।"
- मीडिया पर सवाल: उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया महंगाई, बेरोजगारी और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर बात नहीं करती, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और अंबानी परिवार की खबरों को प्राथमिकता देती है।
- संविधान की रक्षा का मुद्दा: राहुल ने कहा कि आज की लड़ाई बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की रक्षा की है। उन्होंने मोहन भागवत के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा, "भागवत ने कहा कि हमें 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली। यह संविधान का अपमान है।"
- राम मंदिर और राष्ट्रपति का जिक्र: राहुल ने आरोप लगाया कि राम मंदिर कार्यक्रम में देश के अरबपतियों को बुलाया गया, लेकिन देश की आदिवासी राष्ट्रपति को शामिल नहीं किया गया। उन्होंने नई संसद के उद्घाटन के दौरान भी राष्ट्रपति को न बुलाने का मुद्दा उठाया।
- अरबपतियों पर निशाना: राहुल गांधी ने कहा, "नरेंद्र मोदी केवल अरबपतियों का हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। उनका उद्देश्य डर फैलाकर देश की संपत्ति को गिने-चुने लोगों के हाथों में सौंपना है।" उन्होंने अडाणी ग्रुप का नाम लेते हुए कहा कि मोदी सरकार कंपनियां अडाणी को देती है, लेकिन कंट्रोल उनके पास रहता है।
दिल्ली की राजनीति में उबाल
राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप से दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध हैं, और यह घटना दोनों पार्टियों के बीच दूरी को और बढ़ा सकती है।
दिल्ली की जनता आगामी चुनावों में इन बयानों का क्या असर देखेगी, यह देखना दिलचस्प होगा। फिलहाल, दोनों नेताओं के बयान सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।