इंदौर नगर निगम की सख्ती: दो कंपनियों पर 1-1 लाख का जुर्माना, सुरक्षा लापरवाही बनी वजह

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इंदौर: इंदौर नगर निगम की टीम ने मंगलवार को दो कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इन पर कुल 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी और निर्माण सामग्री के कुप्रबंधन को लेकर की गई। नगर निगम ने संबंधित कंपनियों को भविष्य में सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।

देवास नाका पर केबल लाइन डालने का काम किया जा रहा है।

अन्नपूर्णा रोड पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी

जोन क्रमांक 15 के जोनल अधिकारी सुनील सिंह जादौन ने जानकारी दी कि अन्नपूर्णा रोड पर सीवर लाइन डालने का काम चल रहा था। इस निर्माण स्थल पर सुरक्षा के लिए लगाए गए बैरिकेड्स पर संकेतक और 'काम प्रगति पर है' जैसे बोर्ड नहीं लगाए गए थे। इसके अलावा, सड़क किनारे निर्माण सामग्री भी बिखरी हुई पाई गई।

निर्माणकर्ता कंपनी जेएम रामानी पर इस लापरवाही के लिए 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, कंपनी को निर्देश दिया गया कि वह भविष्य में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करे और संकेतक बोर्ड लगाए।

केबल लाइन प्रोजेक्ट पर दूसरी कंपनी पर कार्रवाई

जोन 22 के जोनल अधिकारी शिवराज यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा देवास नाका से निपानिया चौराहे और मांगलिया डिपो तक केबल लाइन डालने का काम किया जा रहा था। इस दौरान कंपनी ने सड़क किनारे और खाली मैदान में सी एंड डी (कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन) वेस्ट डंप कर दिया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई।

इस अव्यवस्था के चलते निगम ने कंपनी पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और निर्देश दिया कि निर्माण स्थल पर वेस्ट का सही प्रबंधन किया जाए।

निगम की कार्रवाई से कंपनियों को सख्त संदेश

इंदौर नगर निगम ने इन कार्रवाइयों के जरिए साफ कर दिया है कि निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों और ट्रैफिक प्रबंधन की अनदेखी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे न केवल यातायात प्रभावित होता है, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा को भी खतरा होता है।

निगम के निर्देश

नगर निगम ने दोनों कंपनियों को निर्देशित किया है कि वे निर्माण कार्य के दौरान:

  • सुरक्षा संकेतक बोर्ड लगाएं।
  • बैरिकेड्स और अन्य सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करें।
  • निर्माण सामग्री और कचरे का उचित प्रबंधन करें।

इंदौर नगर निगम की यह कार्रवाई अन्य कंपनियों के लिए भी एक कड़ा संदेश है कि सुरक्षा और स्वच्छता मानकों का पालन करना अनिवार्य है।

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