साउथ फिल्मों के दिग्गज अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का 83 साल की उम्र में निधन

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हैदराबाद/नई दिल्ली:

दक्षिण भारतीय सिनेमा के मशहूर अभिनेता और दिग्गज खलनायक कोटा श्रीनिवास राव का 13 जुलाई 2025 को निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। अभिनेता ने हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित अपने आवास पर आज तड़के अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

कोटा श्रीनिवास राव ने 10 जुलाई को ही अपना 83वां जन्मदिन मनाया था।

कोटा श्रीनिवास का अंतिम संस्कार आज हैदराबाद में होगा।

चिरंजीवी ने कोटा श्रीनिवास के परिवार के सदस्यों को गले लगाकर संवेदना व्यक्त की।

साउथ सुपरस्टार चिरंजीवी ने कोटा श्रीनिवास के अंतिम दर्शन किए।

🔸 750 से अधिक फिल्मों का शानदार करियर

कोटा श्रीनिवास ने तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और हिंदी भाषाओं की 750 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।
उनकी यादगार फिल्मों में सन ऑफ सत्यमूर्ति, टेंपर, येवडू, हिंदी में सरकार, प्रतिघात, रक्त चरित्र और बागी जैसी फिल्में शामिल हैं।

उन्होंने अपने चेतन, परिपक्व और प्रभावशाली अभिनय से खलनायक के किरदारों को नई पहचान दी।

उनकी आखिरी फिल्म 2023 में रिलीज हुई "कब्जा" थी, जिसमें उन्होंने उपेंद्र राव, किच्चा सुदीप और श्रिया सरन जैसे कलाकारों के साथ स्क्रीन साझा की थी।

🔹 राजनीति में भी निभाई अहम भूमिका

सिर्फ फिल्मी दुनिया ही नहीं, कोटा श्रीनिवास राव ने राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
1999 से 2004 तक वे आंध्रप्रदेश विधानसभा में विजयवाड़ा ईस्ट सीट से विधायक रहे।
2015 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था।



🟠 तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा:

“प्रख्यात अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव गरु के निधन से गहरा सदमा पहुंचा है। फिल्म उद्योग के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। वे अब शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने जो अमर भूमिकाएं निभाईं, वे हमेशा तेलुगु जनता के दिलों में जीवित रहेंगी।”

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी शोक व्यक्त करते हुए लिखा:


“प्रसिद्ध अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का निधन अत्यंत दुखद है। लगभग चार दशकों तक उन्होंने सिनेमा और रंगमंच में योगदान दिया। उनकी अभिनय क्षमता और यादगार भूमिकाएं दर्शकों के मन में सदा जीवित रहेंगी। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री को भारी क्षति हुई है।”

🟥 निष्कर्ष: अभिनय और सेवा दोनों में अविस्मरणीय योगदान

कोटा श्रीनिवास राव न केवल दक्षिण भारतीय सिनेमा के एक मजबूत स्तंभ थे, बल्कि वे जनता के सेवक और एक संवेदनशील कलाकार भी रहे।

उनका जाना सिनेमा, रंगमंच और समाज तीनों के लिए एक बड़ी क्षति है। 





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