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📌 बाघ की खाल पूजा में करती थीं इस्तेमाल
ईओडब्ल्यू की जांच के दौरान आधारताल स्थित घर से बुधवार को पुरानी बाघ की खाल बरामद हुई। खाल को वन विभाग के हवाले किया गया, जिसने वन्य प्राणी अधिनियम के तहत सावित्री सरवटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि खाल उनके ससुर ने 30 साल पहले दी थी और वो इसे पूजा के लिए इस्तेमाल करती थीं।
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| वन विभाग के मुताबिक जिस घर से खाल मिली है, वह सावित्री सरवटे के नाम है। |
🧾 वन विभाग का एक्शन – खाल की जांच
जबलपुर के DFO ऋषि मिश्रा ने बताया कि खाल को वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट, देहरादून भेजा जाएगा, ताकि ये पता चल सके कि वह नर बाघ की है या मादा की, और कितनी पुरानी है।
💰 डिप्टी कमिश्नर के पास 7 करोड़ की बेनामी संपत्ति
| स्रोत | संपत्ति विवरण | मूल्य |
|---|---|---|
| सागर शासकीय आवास | सामग्री की अनुमानित इन्वेंट्री | ₹2,80,102 |
| आधारताल, जबलपुर | सामग्री + रजिस्ट्री मूल्य | ₹64,54,916 |
| SBI लॉकर | सोना-चांदी | ₹18,41,653 |
| शंकर शाह नगर आवास | नकद + शराब | ₹8,15,040 |
| 17 अचल संपत्तियां | कुल मूल्य | ₹3,17,00,000 |
| मां के नाम संपत्तियां | मूल्यांकन जारी | अनुमानित करोड़ों में |
🔍 छापेमारी की विस्तृत जानकारी
- ईओडब्ल्यू ने जबलपुर, भोपाल और सागर में एक साथ छापे मारे।
- जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13(1)(B), 13(2) के तहत मामला दर्ज।
- भोपाल स्थित कोरलवुड फ्लैट को सील कर दिया गया है।
- पूरी कार्रवाई से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच जारी है।
📣 यह मामला न केवल एक प्रशासनिक अधिकारी की बेनामी संपत्ति का है, बल्कि एक धार्मिक प्रतीक के अवैध उपयोग की तरफ भी इशारा करता है।
आगे की जांच वन विभाग और भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो कर रहे हैं।


