ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में वृद्धि: विश्लेषण और प्रतिक्रिया

0





नई दिल्लीअसम में पहला मामला: भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों की कुल संख्या 15 हो चुकी है। डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एएमसीएच) में एक 10 महीने के शिशु में इस वायरस की पुष्टि हुई है। शिशु की स्थिति स्थिर बनी हुई है। डॉ. ध्रुबज्योति भुइयां ने सूचित किया कि शिशु को सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षणों के चलते चार दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था।

राष्ट्रीय स्तर पर मामले:

  • गुजरात: 4 मामले (सर्वाधिक)
  • महाराष्ट्र: 3 मामले
  • कर्नाटक और तमिलनाडु: 2-2 मामले
  • उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम, पश्चिम बंगाल: 1-1 मामला

राज्य सरकारों की तैयारियां: विभिन्न राज्य सरकारों ने वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं।

  • पंजाब: बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सिफारिश।
  • गुजरात: आइसोलेशन वार्ड का निर्माण।
  • हरियाणा: स्वास्थ्य विभाग को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश।

शिशुओं पर प्रभाव: शोध के निष्कर्ष

वैज्ञानिक और चिकित्सीय अनुसंधान से यह स्पष्ट हुआ है कि HMPV का सबसे अधिक प्रभाव शिशुओं और छोटे बच्चों पर पड़ता है। विशेष रूप से दो वर्ष से कम आयु के बच्चों में संक्रमण के जोखिम और गंभीरता अधिक देखी गई है। लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को 'इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी' (ILI) और 'गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण' (SARI) के मामलों की निगरानी बढ़ाने और वायरस के प्रति जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं।

सरकारी प्रतिक्रिया और नीतिगत कदम

HMPV के प्रसार के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने एक बहुआयामी रणनीति अपनाई है:

  • ICMR और IDSP की निगरानी: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) ने प्रभावी निगरानी प्रणाली स्थापित की है।
  • जांच प्रणाली का विस्तार: HMPV की पहचान के लिए प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जा रही है।
  • मौसमी डेटा का निरीक्षण: उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर ILI और SARI मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।

वैश्विक परिप्रेक्ष्य और भारत की सतर्कता

चीन में HMPV के बढ़ते मामलों ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है, जहां आपातकालीन जैसी स्थिति पैदा हो रही है। भारत ने इस पर सतर्क दृष्टि रखते हुए WHO से समय-समय पर अद्यतन जानकारी प्राप्त करने और चीन की स्थिति पर निगरानी रखने की प्रक्रिया को सक्रिय रखा है। यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि HMPV और RSV सर्दियों के दौरान सामान्य मौसमी वायरस हैं, और वर्तमान स्थिति घरेलू स्तर पर चिंताजनक नहीं मानी जा रही।

रोकथाम और जनस्वास्थ्य सिफारिशें

  • नियमित रूप से हाथ धोने की आदत को प्रोत्साहित करें।
  • भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का पालन करें।
  • खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढकने के लिए रूमाल या टिशू का उपयोग करें।
  • किसी भी लक्षण के प्रकट होने पर शीघ्र चिकित्सा परामर्श लें।

निष्कर्ष

HMPV की वर्तमान स्थिति में, जागरूकता और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन वायरस के प्रसार को सीमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सरकार और चिकित्सा समुदाय की समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करती है कि देश इस वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)