सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से वापस लाने की ज़िम्मेदारी मस्क को सौंपी, ट्रम्प ने दिया निर्देश

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सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में 239 दिन से फंसी हुई हैं।
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क को भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विलमोर को अंतरिक्ष से सुरक्षित वापस लाने का निर्देश दिया है। दोनों वैज्ञानिक पिछले साल जून से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं।

ट्रम्प ने बाइडेन प्रशासन पर साधा निशाना

ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "मैंने मस्क से उन दो बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने को कहा है। उन्हें बाइडेन प्रशासन ने अंतरिक्ष में छोड़ दिया है। वे कई महीनों से इंतजार कर रहे हैं। मस्क जल्द ही इस मिशन में जुटेंगे और उम्मीद है कि सभी सुरक्षित होंगे।"

मस्क ने ट्रम्प के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "हम ऐसा ही करेंगे। यह वाकई चौंकाने वाला है कि बाइडेन प्रशासन ने उन्हें इतने लंबे वक्त तक वहां छोड़ रखा है।" हालांकि, नासा ने पहले ही स्पेसएक्स को इस मिशन के लिए तैयार कर लिया था।

सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 16 जनवरी को स्पेसवॉक किया था।

आठ दिन का मिशन 10 महीनों में बदला

सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को 5 जून 2024 को ISS पर भेजा गया था। बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल का यह पहला क्रू फ्लाइट टेस्ट था। उन्हें एक हफ्ते के भीतर लौटना था, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते वे अब तक वहीं फंसे हुए हैं।

नासा के अनुसार, उन्हें फरवरी 2025 में स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए वापस लाने की योजना थी। हाल ही में नासा ने कहा कि यह मिशन मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत तक टल सकता है।

स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खामियां बनीं मुसीबत

स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट लॉन्च से पहले ही कई बार असफल रहा था। इसके बाद भी इसमें कई तकनीकी खामियां सामने आईं। नासा के मुताबिक, सर्विस मॉड्यूल के थ्रस्टर में हीलियम गैस का लीक पाया गया। यह गैस स्पेसक्राफ्ट के दबाव को बनाए रखने में मदद करती है।

स्पेसक्राफ्ट के लॉन्च के 25 दिनों के भीतर इसमें पांच हीलियम लीक हो चुके थे और पांच थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया था। इसके अलावा, एक प्रोपेलेंट वॉल्व को पूरी तरह बंद नहीं किया जा सका, जिससे स्थिति और खराब हो गई। ह्यूस्टन में बैठे मिशन मैनेजर और ISS पर मौजूद अंतरिक्ष यात्री इस समस्या को ठीक करने में नाकाम रहे।

6 जून को स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद क्रू के साथ बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स।

अंतरिक्ष में भेजने का उद्देश्य

सुनीता और विलमोर को बोइंग और नासा के संयुक्त ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ के तहत भेजा गया था। इस मिशन में सुनीता पायलट थीं और विलमोर कमांडर की भूमिका में थे। मिशन का उद्देश्य था, स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की क्षमता को परखना और अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लाने की इसकी योग्यता को प्रमाणित करना।

अब जबकि एलन मस्क और स्पेसएक्स को इस मिशन को पूरा करने की ज़िम्मेदारी दी गई है, उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अपने घर लौट सकेंगे।

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