18वीं लोकसभा के बजट सत्र की शुरुआत, राष्ट्रपति ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां

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नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का आज पहला दिन रहा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। अपने 59 मिनट लंबे अभिभाषण में उन्होंने सरकार की योजनाओं और नीतियों का विस्तृत उल्लेख किया। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत कुंभ हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए की और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया।

राष्ट्रपति के अभिभाषण की प्रमुख बातें:

1. किसानों के लिए योजनाएं

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उनकी फसलों को उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रयासरत है। पिछले वर्ष 332 मिलियन टन अनाज उत्पादन हुआ, जबकि खरीफ और रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की गई। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय मिशन चलाया जा रहा है।

2. शिक्षा और छात्रों के लिए सुधार

सरकार ने छात्रों को उच्च शिक्षा में सहायता देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। 500 कंपनियों में छात्रों को इंटर्नशिप का अवसर दिया जाएगा, जबकि पेपर लीक रोकने के लिए एक नया कानून लागू किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।

3. गरीबों और मध्यवर्ग के लिए पहल

राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल रही है। नई मध्यवर्गीय श्रेणी के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई हैं। सरकारी कर्मचारियों के लिए आठवें वेतन आयोग के गठन का निर्णय लिया गया है, जबकि केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों को 50% निश्चित पेंशन देने का भी फैसला किया गया है।

4. आदिवासी कल्याण

जनजातीय समाज के विकास के लिए 770 से अधिक एकलव्य विद्यालयों की स्थापना की गई है। साथ ही, 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं और 5 करोड़ से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। जनजातीय युवाओं को स्वरोजगार के लिए विशेष योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।

5. बुनियादी ढांचा और रेलवे

राष्ट्रपति ने बताया कि देश में बुनियादी ढांचे का बजट अब 11 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है, जो 10 साल पहले सिर्फ 2 लाख करोड़ था। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना पूरी हो चुकी है, जिससे कश्मीर से कन्याकुमारी तक की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। विश्व का सबसे ऊंचा रेल केबल ब्रिज भी बनाया गया है। साथ ही, सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।

6. स्वास्थ्य सेवाएं

सरकार ने कैंसर की दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया है, जिससे मरीजों को राहत मिलेगी। अब तक 9 करोड़ महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया गया है।

7. डिजिटल इंडिया और बैंकिंग सेक्टर

भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक ग्लोबल प्लेयर के रूप में उभर रहा है। यूपीआई ट्रांजैक्शन में भारत सबसे आगे है और छोटे दुकानदार भी डिजिटल लेनदेन की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं लागू की गई हैं। साथ ही, साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई नीति लाई जाएगी।

सियासी बयानबाजी भी हुई तेज

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष ने तंज कसते हुए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति अंत तक थक गई थीं और मुश्किल से बोल पा रही थीं। वहीं, राहुल गांधी ने अभिभाषण को "बोरिंग" करार दिया। दूसरी ओर, पप्पू यादव ने राष्ट्रपति को "रबर स्टैंप" बताते हुए कहा कि वह सरकार का लव लेटर पढ़ रही थीं।

प्रधानमंत्री मोदी का बयान

सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सत्र ऐतिहासिक होगा और इसमें कई महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए सरकार कई बड़े फैसले लेने जा रही है। साथ ही, देश की आर्थिक वृद्धि को और अधिक गति देने के लिए सरकार नई नीतियां लागू करेगी।

अंत में...

राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले दिनों में विभिन्न योजनाओं और प्रस्तावों पर चर्चा होगी। सरकार के दावों और विपक्ष की प्रतिक्रियाओं के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि बजट सत्र किस दिशा में आगे बढ़ता है।

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