"युवा सतत उद्यमिता शिखर सम्मेलन 2024" में युवाओं को प्रेरित करने का संदेश
भोपाल: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने स्वामी विवेकानंद के भारतीय संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करने में उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिकागो धर्म महासभा में स्वामी विवेकानंद का ओजस्वी भाषण भारतीय दर्शन और सांस्कृतिक मूल्यों की गौरवशाली प्रस्तुति का ऐतिहासिक क्षण था।
राज्यपाल भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी की यूथ रेड क्रॉस शाखा द्वारा आयोजित "युवा सतत उद्यमिता शिखर सम्मेलन 2024" में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर उन्होंने स्टार्टअप और नवाचार प्रदर्शनी का अवलोकन किया और श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों व निर्णायकों को सम्मानित किया।
युवाओं में राष्ट्र निर्माण की असीम संभावनाएं
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और उनके संदेशों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "युवाओं में राष्ट्र निर्माण की अद्वितीय क्षमता और ऊर्जा होती है। यदि इस ऊर्जा को सही दिशा मिले तो समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।" उन्होंने स्वामी विवेकानंद के जीवन के प्रेरणादायक प्रसंगों को साझा करते हुए युवाओं को उनके आदर्शों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की युवा शक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने यंग लीडर्स संवाद जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को देश के विकास में सहभागिता का अद्वितीय अवसर प्रदान किया है।" उन्होंने यह भी कहा कि "युवा सतत उद्यमिता शिखर सम्मेलन" प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में सहायक होगा।
डिजिटल युग की चुनौतियां: सजगता और सतर्कता
राज्यपाल ने युवाओं को डिजिटल युग की बढ़ती चुनौतियों के प्रति जागरूक और सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "डिजिटल खतरों से बचने और समाज को इसके प्रति जागरूक करने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। गरीब, वंचित और जरूरतमंद लोगों को डिजिटल खतरों से सुरक्षित रखने के लिए उनकी मदद करें।"
अतिथियों का स्वागत और विचार-विमर्श
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल का स्वागत रेड क्रॉस स्कार्फ और कैप पहनाकर किया गया। रेड क्रॉस के चेयरमैन डॉ. गगन कोल्हे ने स्वागत भाषण दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ. चंद्रचारु त्रिपाठी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन रेड क्रॉस के श्री शशांक श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त करते हुए किया।
युवाओं की ऊर्जा: विकसित भारत की आधारशिला
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अपने समापन संबोधन में कहा, "युवाओं की ऊर्जा और उत्साह भारत को एक विकसित राष्ट्र में परिवर्तित करने की आधारशिला हैं।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे स्वामी विवेकानंद के प्रेरणादायक विचारों को अपने जीवन का मार्गदर्शक बनाएं और राष्ट्र निर्माण के लिए अपना योगदान दें।
कार्यक्रम में रेड क्रॉस के वरिष्ठ अधिकारी, सदस्य और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित रहे।