कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कोलकाता पुलिस बैंड को राजभवन में प्रवेश नहीं देने की घटना पर कड़ी नाराजगी जताई। इस दौरान सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के दो बैंड अंदर प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि कोलकाता पुलिस बैंड गेट पर इंतजार करता रहा। ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद यह मुद्दा सुलझा।
सीएम ने अधिकारियों से की अपील
गणतंत्र दिवस के मौके पर जब सीएम ममता बनर्जी राजभवन पहुंचीं, तो उन्हें बताया गया कि कोलकाता पुलिस बैंड गेट पर रुका हुआ है और उसे कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री तुरंत गेट पर पहुंचीं और राजभवन के अधिकारियों से अपील की कि कोलकाता पुलिस बैंड को अंदर आने और प्रस्तुति देने की अनुमति दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि जब तक यह समस्या हल नहीं होती, वह कार्यक्रम में प्रवेश नहीं करेंगी।
“हर साल प्रस्तुति देता है बैंड, इस बार क्यों रोका?”
सीएम ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस फैसले पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “कोलकाता पुलिस बैंड हर साल गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेता है। इस बार उन्हें अंदर क्यों नहीं आने दिया गया? यह बहुत अनुचित है। हालांकि, मुझे एसएसबी बैंड के प्रदर्शन पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कोलकाता पुलिस बैंड को शामिल न करना सही नहीं था।”
मुद्दा सुलझा, बैंड को मिला प्रवेश
मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद राजभवन के अधिकारियों ने तुरंत इस मामले को सुलझाया और कोलकाता पुलिस बैंड को अंदर आने की अनुमति दी। बैंड ने अपने प्रदर्शन से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।
“यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण”
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस बैंड का इस कार्यक्रम में शामिल होना एक परंपरा रही है, और इसे रोकना गलत था। मुख्यमंत्री के दृढ़ रुख ने सुनिश्चित किया कि यह परंपरा इस साल भी जारी रहे।
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान इस तरह की घटना ने राजभवन और राज्य सरकार के बीच संबंधों को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।