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भंडारा की ऑर्डनेंस फैक्ट्री में धमाके के बाद निकलता धुआं। |
ऑर्डनेंस फैक्ट्री में धमाके के बाद की तस्वीरें...
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ब्लास्ट के बाद कई किलोमीटर दूर तक फैक्ट्री से निकलता धुआं दिखाई दे रहा है। |
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ब्लास्ट से लोहे का बड़ा सा टुकड़ा भी फैक्ट्री के आसपास के इलाके में उड़ कर पहुंचा। |
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ब्लास्ट के बाद फैक्ट्री के आसपास के रास्ते से गुजर रहे लोग वहीं खड़े हो गए। |
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ब्लास्ट के बाद पत्थर के टुकड़े कई मीटर दूर तक उड़ कर आए। |
धमाके का समय और स्थिति
भंडारा के कलेक्टर संजय कोलते ने बताया कि यह विस्फोट सुबह करीब 10:30 बजे हुआ। धमाके से फैक्ट्री की छत गिर गई, जिसके मलबे में 12 लोगों के फंसे होने की संभावना है। अब तक दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। JCB मशीन की मदद से मलबा हटाने का काम जारी है। घटना के बाद से फैक्ट्री में दमकल गाड़ियां और एम्बुलेंस तैनात हैं।
घटना पर प्रतिक्रियाएं
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। वहीं, पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हुई है और 10 लोगों की तलाश जारी है।
किस सेक्शन में हुआ धमाका?
यह धमाका जवाहर नगर इलाके में स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्री के आरकेआर सेक्शन में हुआ, जहां RDX बनाने का काम किया जाता है। विस्फोट के समय सेक्शन में 14 कर्मचारी मौजूद थे। इनमें से तीन को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि एक की मौत हो गई। घटना के बाद से फैक्ट्री में तनाव का माहौल है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
डिफेंस पीआरओ के अनुसार, राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। फैक्ट्री के मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने के लिए विशेष टीम काम कर रही है।
फैक्ट्री का परिचय
भंडारा की यह ऑर्डनेंस फैक्ट्री भारतीय सेना के लिए हथियार और गोला-बारूद बनाने के लिए जानी जाती है। यहां एसिड से लेकर विभिन्न प्रकार के विस्फोटक बनाए जाते हैं। इस फैक्ट्री में अत्याधुनिक टेस्टिंग सुविधाएं और लैबोरेट्रीज़ मौजूद हैं। यहां छोटे हथियारों में इस्तेमाल होने वाले स्पेरिकल पाउडर का निर्माण भी होता है, जिसका उपयोग पहली बार वर्ल्ड वॉर 2 में किया गया था।
घटना पर राजनीतिक बयान
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने इस घटना को केंद्र सरकार की विफलता बताया है। उन्होंने कहा कि यह हादसा सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा है।
जांच के आदेश
फिलहाल, धमाके के कारणों का पता नहीं चल सका है। अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस हादसे ने फैक्ट्री के सुरक्षा उपायों और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।