दोहा। गाजा में पिछले 15 महीनों से जारी संघर्ष को रोकने के लिए इजराइल और हमास के बीच सीजफायर समझौता हो गया है। इस समझौते के तहत, हमास गाजा में बंधक बनाए गए इजराइली नागरिकों को रिहा करेगा। बदले में, इजराइल भी हमास के कैदियों को छोड़ेगा। हालांकि, अभी तक इस सीजफायर पर आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
ट्रम्प ने की पुष्टि
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर इस समझौते की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट में बंधकों की रिहाई को लेकर समझौता हो गया है और जल्द ही बंधकों को रिहा किया जाएगा।
दोहा में बनी सहमति
अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी ने हमास और इजराइल के प्रतिनिधियों से बुधवार को मुलाकात की। इस वार्ता के बाद ही यह डील संभव हो पाई।
7 अक्टूबर 2023 से जारी संघर्ष
गाजा में इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से संघर्ष जारी था, जिसमें अब तक दोनों पक्षों के 47 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
आगे की योजना
हमास ने शर्त रखी है कि सीजफायर डील के पहले चरण में इजराइली सेना गाजा सीमा से 700 मीटर पीछे हटेगी। फिलहाल, इस डील को इजराइली कैबिनेट में पेश किया जाएगा। वहां से मंजूरी मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
पहले चरण का विवरण
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, सीजफायर का पहला चरण 42 दिनों का होगा। इस दौरान हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं। इसके बदले में, इजराइल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा। अगले 15 दिनों में हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा। इस अवधि में दोनों पक्ष स्थायी शांति पर बातचीत करेंगे।
कतर और अमेरिका की भूमिका
इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में वार्ता हुई। इजराइल की तरफ से मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया और शिन बेट प्रमुख रोनेन बार मौजूद थे। वहीं, अमेरिका की तरफ से ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क ने भाग लिया।

